कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद मुख्तार अंसारी को भेजा गया बांदा जेल, भारी पुलिस बल तैनात

कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद मुख्तार अंसारी को भेजा गया बांदा जेल, भारी पुलिस बल तैनात

कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद मुख्तार अंसारी को भेजा गया बांदा जेल

कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद मुख्तार अंसारी को भेजा गया बांदा जेल, भारी पुलिस बल तैनात

लखनऊ। माफिया से सफेदपोश बने मुख्तार अंसारी की मुश्किल कम नहीं हो रही हैं। लखनऊ में पाश इलाके डालीबाग में शत्रु संपति पर कब्जा करने के बाद निर्माण कराने के मामले में फंसे मुख्तार अंसारी की लखनऊ के एमपी/एमएलए कोर्ट में अगली पेशी आठ अप्रैल को होगी।

मुख्तार अंसारी के खिलाफ लखनऊ के डालीबाग में शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर अवैध निर्माण करने के मामले में हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और साजिश समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी प्रकरण में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से कड़ी सुरक्षा में एसीजेएम तृतीय की कोर्ट में पेश किया गया था।

कोर्ट में करीब 45 मिनट तक चली सुनवाई के बाद जज ने आठ अप्रैल को अगली तारीख दी है। कोर्ट में सुनवाई के बाद माफिया डान मुख्तार अंसारी को एंबुलेंस से फिर बांदा जेल भेज दिया गया। माफिया डान मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा में सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पेशी पर लखनऊ में एसीजेएम तृतीय की कोर्ट में लाया गया था।

मुख्तार के यहां पहुंचने से पहले ही भारी कोर्ट के आस पास सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से सोमवार को कोर्ट में पेशी के लिए लखनऊ लाया गया। इस दौरान रास्ते में कई बार मुख्तार अंसारी का वाहन जाम में भी फंसा तो फतेहपुर में वज्र वाहन में खराबी आ गई। सुबह से ही कारवां बांदा जेल से चला तो लखनऊ के बीच कई बार जाम में फंसा। इसी बीच मुख्तार अंसारी के बेटे ने अनहोनी की आशंका जताई है।

लखनऊ से मुख्तार को बांदा जेल के लिए रवाना करने से पहले सुरक्षा व्यवस्था को फिर से मुस्तैद किया गया। वज्र वाहन के साथ पुलिस स्कोर्ट की टीम भी लगी थीं। इन सभी गाडिय़ों ने एंबुलेंस को अपने घेरे में लिया था। मुख्तार अंसारी को बीते वर्ष सात अप्रैल को पंजाब की रूपनगर जेल से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। बांदा से आज मुख्तार को करीब 7:30 बजे पुलिस टीम वज्र तथा अन्य वाहन के घेरे में लेकर रायबरेली व फतेहपुर से लखनऊ पहुंची थी।

निष्क्रांत सम्पति पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा कर मकान का अवैध निर्माण कराने का मामला: इस मामले में मुख्तार के अलावा उनके बेटे अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल है। इन सबके खिलाफ साजिश, धोखाघड़ी व कूटरचना के साथ ही सार्वजनिक सम्पति निवारण नुकसान निवारण अधिनियम की धारा 3 में आरोप पत्र दाखिल हुआ था। 27 अगस्त, 2020 को इस मामले की एफआइआर प्रभारी लेखपाल सुरजन लाल ने थाना हजरतगंज में दर्ज कराई थी। जिसके मुताबिक राजधानी के जियामऊ इलाके की एक निष्क्रांत जमीन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए व अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अभियुक्तों ने अवैध रुप से मकान का निर्माण कराया है। इन्होंने एक साजिश के तहत नक्शा पास कराकर यह निर्माण कराया और करोड़ों की सरकारी सम्पति का नुकसान करते हुए जमीन को हड़प लिया। सोमवार को इस मामले में अभियुक्त मुख्तार अंसारी की ओर से जमानत अर्जी भी दाखिल की गई। विशेष अदालत ने इस पर सुनवाई के लिए दो अप्रैल की तारीख तय की है।